आपको हृदय रोग के अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं, जो इस बात पर निर्भर करता है कि आपको क्या समस्या है। हृदय रोग के लक्षणों में ये शामिल हो सकते हैं:
छाती में होने वाले दर्द को इग्नोर नही करना चाहिए। यह हृदय रोग का मुख्य लक्षण है। हमे तुरंत से डॉक्टर के पास जाना चाहिए ताकि समय से सही उपचार हो सके।
सीने में दर्द या असहमति आमतौर पर हृदय के उपस्थिति के कारण होता है और यह आपके ब्रेस्ट में या सीने के बाईं ओर महसूस हो सकता है। इसका सीधा संबंध तब होता है जब हृदय की रक्त पुर्ति में समस्या होती है और इसके पास पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता।
अगर आपको चलते चलते सास लेने में कठिनाई होने लगे। सीढ़ी चढ़ते समय बहुत ज्यादा हाफने जैसे महसूस हो तो फिर ये हृदय रोग का लक्षण हो सकता है | यदि आपको ठंडी पसीना आता है और सांस लेने में मुश्किल होती है, तो यह हृदय समस्या के साथ जुड़ सकता है।
अगर आपका दिल नॉर्मल जैसा ना महसूस करे, किसी भी छोटी बड़ी बात से अनियंत्रित गति हो जाए तो ये भी हृदय समस्या के लक्षण है।
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हार्ट अरिथमिया के चलते, बेहोशी या निकट बेहोशी हो सकती है। इसमें आप अचानक गिर सकते हैं या आपको बेहोशी का अहसास हो सकता है। यह एक अचानक होने वाली समस्या हो सकती है जो हृदय की अच्छी समस्या का संकेत हो सकती है।
अगर अक्सर आपको मतली जैसा लगे तो इसका मतलब है शरीर में आक्सिजन की पूर्ति सही से नहीं हो रही है। चक्कराना या लाइट-हेडेडनेस भी धड़कन की अनियमितता के साथ हो सकता है। यह अक्सर हृदय समस्याओं के साथ आता है और आपको अस्थिर या चक्कर में गिरने की भाषा होता है।
थोड़ा सा भी शारीरिक रूप से सक्रिय होने से यदि आपको थकान लगे,आपको लगे की मुझे आराम की जरूरत है तो फिर तुरंत डॉक्टर के पास जाकर परामर्श लेना चाहिए। कमजोरी महसूस होना दिल के अच्छे से काम नहीं करने का लक्षण है।
अब हृदय घात से बचाव के ऊपर चर्चा करते है। किसी भी बीमारी के बारे में जितनी ज्यादा जानकारी रहती है उससे बचना उतना ज्यादा आसान होता है।
हृदय रोग से बचाव के लिए सही आहार का पालन करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि आहार सीधे हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है, जैसे कि यहाँ कुछ चीजें हैं जिन्हें हम कर सकते हैं:
आहार हमारे शरीर को सीधे असर डालता है। आयुर्वेद में तो यह कहा गया है की जैसा खाए अन्न ,वैसा होए मन।
आहार न केवल शारीरिक रूप से असर डालता है बल्कि मानसिक रूप से भी व्यक्ति को प्रभावित करता है
दिल को मजबूत बनाने के लिए हमे साबुत अनाज लेना चाहिए।जितना ज्यादा मात्रा में फाइबर युक्त खाना खायेंगे उतना ही दिल हमारा स्वस्थ रहेगा। हमारे खान पान की खराब आदतों की वजह से सैचुरेटेड फैट और bad fat एकत्रित हो जाता है। समय के अभाव में हम सब लोगों के घर में फ्रीज में बहुत से रेडी टू ईट आईटम रखे रहते हैं। ये आसानी से बाजार में उपलब्ध है। लेकिन हमे कोशिश करके घर का खाने की आदत डालनी चाहिए।
हृदय को ठीक रखने के लिए शारीरिक रूप से एक्टिव रहना चाहिए। हमे एक सप्ताह में कम से कम पांच दिन ३० मिनट्स तक कार्डियो एक्सरसाइज करनी चाहिए। साइक्लिंग, स्विमिंग,जंपिंग , एरोबिक्स और भी बहुत कुछ है जिसे सीखना चाहिए और अमल करना चाहिए। अगर आपको ये कठिन लगे तो शुरुआत में रोज वाकिंग कर सकते हैं। इससे भी शरीर में लचीलापन आता है।
आजकल मार्केट में जितने भी snacks items है जैसे चिप्स,तरह तरह के बेकरी सब में गंदे तरीके से तेल का इस्तेमाल किया जाता है जो हमारे दिल को बीमार करता है। प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाकर हम स्वस्थ रह सकते है। हम जितना ज्यादा किचेन का उपयोग खुद करेंगे हमारा हृदय उतना ही मजबूत बना रहेगा।
आप सभी जानते है सरकार धूम्रपान को रोकने के लिए इसके दुष्प्रभाव को बताने के लिए विज्ञापन में कितना खर्च कर रही है। सिनेमा घरों में जब भी कोई दृश्य स्मोकिंग का आता है तो उसके नीचे डिस्क्लेमर आता है की धूम्रपान जानलेवा है।
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सिगरेट, शराब, तम्बाकू ये सब बहुत जल्दी हमारे हृदय को कमजोर कर देते है। जितना जल्दी हो सके हमे अपनी धूम्रपान की आदतों को छोड़ना चाहिए चाहे इसके लिए आपको नशामुक्ति केंद्र ही क्यों न जानी पड़े।
हमे अपने किचेन में नमक के इस्तेमाल में कटौती करनी चाहिए। नमक के ज्यादा प्रयोग से हाई ब्लडप्रेशर होने की संभावना बढ़ जाती है। हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक के मुख्य कारणों में से एक है। उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी स्थितियाँ हृदय रोग की खतरा को सांघा सकती हैं।
अधिक वजन या मोटापा हृदय पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है और हृदय संबंधित समस्याओं की खतरा बढ़ा सकता है।
हृदय रोग के उपचार में डॉक्टर की सलाह और निदान के आधार पर विभिन्न तरीके शामिल हो सकते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण उपचार दिए जा रहे हैं:
विभिन्न परीक्षण और जांचों के माध्यम से आपके हृदय की स्वास्थ्य को निगरानी रखना महत्वपूर्ण है।
यदि आपको हृदय संबंधित किसी लक्षण का संदेह होता है, तो कृपया तुरंत डॉक्टर की सलाह और मूल्यांकन के लिए संपर्क करें। उपचार के साथ, स्वस्थ जीवनशैली और नियमित चिकित्सकीय जाँच हृदय रोग के खतरे को कम करने में महत्वपूर्ण है।
हृदय रोग एक गंभीर स्थिति है, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली और नियमित चिकित्सा देखभाल के माध्यम से इसको ठीक किया जा सकता है। चेन्नई के सर्वश्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, Artemis Cardiac Care के साथ आज ही अपॉइंटमेंट बुक करें।
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